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उत्तर प्रदेश से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर

सामान्य ज्ञान पर अच्छी पकड़ होना कई कारणों से महत्वपूर्ण है। यह आपकी जागरूकता, जिज्ञासा और आत्मविश्वास को बढ़ाने में सहायता करता है। यह विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं, प्लेसमेंट साक्षात्कारों और प्रवेश परीक्षाओं में आपके प्रदर्शन को भी बढ़ाता है जो अक्सर आपके सामान्य ज्ञान और योग्यता का मूल्यांकन करते हैं। इसके अलावा, यह आपको विभिन्न विषयों और मामलों पर दूसरों के साथ महत्वपूर्ण चर्चाओं में भाग लेने की अनुमति देकर आपकी संचार क्षमताओं को बढ़ाने में सहायता करता है। प्रश्न-1 उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री कौन थे? उत्तर- गोविंद बल्लभ पंत प्रश्न-2 राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में उत्तर प्रदेश के कितने जिले हैं? उत्तर- (गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, हापुड़, मेरठ, गाज़ियाबाद, बागपत, मुज़फ्फरनगर और शामली) प्रश्न-3 उत्तर प्रदेश में किस रेलवे का विस्तार सर्वाधिक है? उत्तर- उत्तर-पूर्व रेलवे का प्रश्न-4 उत्तर प्रदेश की सबसे लम्बी सीमा और सबसे छोटी सीमा रेखा किन राज्यों से स्पर्श करती है? उत्तर- मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश से प्रश्न-5 उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ किस नदी के किनारे स्थित है? उत्तर-...

Computer Memory

 

प्राथमिक मेमोरी (Primary Memory) :- प्राथमिक मेमोरी सी.पी.यू. का ही एक भाग होती है। इसे माइक्रो कम्‍प्‍यूटर या P.C. (Personal Computer) के मुख्‍य मेमोरी का आकार 1GB से 16 GB तक होता है। इसे इण्‍टरनल मेमोरी भी कहते हैं। इसके भी दो भाग होते है।-

Ram (Random Access Memory) :- इस मेमोरी को हम अपनी इच्‍छा अनुसार प्रयोग करते है। इस मेमोरी में डाटा या प्रोग्राम को कुछ समय के लिए रखा जाता है तथा यह डाटा तब तक बना रहता है, जब तक की इसके जगह पर दुसरा डाटा न रखा जाए या बिजली ऑफ न हो जाए कम्‍प्‍यूटर ऑफ होने पर रैम में रखा हुआ डाटा स्‍वत: निरस्‍त (डिलीट) हो जाता है।

Rom (Real only Memory) :- कम्‍प्‍यूटर में हम किसी भी फाइल या फोल्‍डर को सेभ करते हैं तो वह सी.पी.यू. के रोम वाले भाग में चला जाता है। इसे स्‍थाई मेमोरी भी कहते हैं। क्‍योकि यदि कार्य करते समय कम्‍प्‍यूटर की बिजली चली जाए तो पुन: हम अपने फाइल या फोल्‍डर को प्राप्‍त कर सकते हैं।

द्वितीयक मैमोरी (Secondary Memory) :- इन्हें बाह्य मेमोरी भी कहा जाता है क्योंकि यह CPU के बाहर होती है, इस मेमोरी को स्‍थाई मेमोरी कहा जाता है क्‍योकि इसमें डाटा लम्‍बे समय तक के लिए स्‍टोर रहता है। इसके निम्‍न भाग होते हैं उदाहरण- मैग्नेटिक डिस्क; हार्ड डिस्क ड्राइव, फ्लॉपी डिस्क, मेमोरी डिस्क,ऑप्टिकल डिस्क,सीडी, डीवीडी, ब्लू-रे डिस्‍क,सॉलिड स्टेट डिस्‍क, पेन/फ्लैश ड्राइव।

कैश मैमोरी (Cash Memory) :- कैश मैमोरी प्रोसेसर और मानक डीरैम (DRAM) मॉड्यूलों के बीच एक बफर के रूप में रहती है। नवीनतम निर्देश और उसके डेटा को कैश मैमोरी में रखा जाता है।

कुछ महत्वपूर्ण द्वितीयक स्टोरेज डिवाइस :-

फ्लॉपी डिस्क (Floppy Disk) :- फ्लॉपी डिस्क ए तथा बी के नाम से जाना जाता है यह प्‍लास्टिक की बनी होती है जिस पर आयरन तथा पैराऑक्‍साइड का लेप चढा होता है। एक प्रकार से कम्‍प्‍यूटर के फाइलों को लोड करती है इसमें हम डिस्‍क ऑपरेटिंग सिस्‍टम के प्रोग्रामों को लोड कर सकते हैं, यह बहुत कम क्षमता वाली डिस्‍क होती है।

हार्ड डिस्क (Hard Disk) :- यह धातु की बनी होती है जिसमें की-प्‍लेट लगे होते है, इसमें प्‍लेटिनम एवं पैराऑक्‍साइड की कोडिंग होती है। इसमें जो भी साफ्टवेयर होता है स्‍थाई रूप से अधिक सुरक्षित रहता है। इसमें डाटा को लिखने-पढनें की क्षमता बहुत तेज होती है, एक हार्डडिस्क में 1GB से 1 TB या उससे अधिक स्‍टोर करने की क्षमता होती है।

कॉम्पैक्ट डिस्क (Compact Disk) :- यह एक कठोर प्‍लास्टिक का बना होता है इसमें सिल्‍वर तथा पैराऑक्‍साइड की वायरिंग होती है। इसके द्वारा हम गाना,विडियो तथा इसमें हम प्रोग्राम लोड कर सकते हैं। यह हार्डडिस्‍क की अपेक्षा ज्‍यादा सुरक्षित नहीं रहती है। यह एक विशेष प्रकार की डिस्क होती है जिन पर डेटा प्राय: एक बार ही लिखा जाता है और फिर उसे कितनी भी बार पढ़ सकते हैं। 

 

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